अफ़नासी निकीतीन पहला रूसी व्यक्ति था जो कि भारत की यात्रा पर आया और अपना यात्रा संस्मरण भी लिखा।
नेशनल बुक ट्रस्ट की एक पतली सी किताब है हिंदी में जिसे पंकज चतुर्वेदी ने अनुदित किया है।
महज़ २८ पन्नों में काफी रोचक जानकारी मिलती है उस वक्त के हिन्दुस्तान की।
खम्भात, बीदर, गुलबर्गा आदि शहरों के बारें में निकीतीन ने काफी कुछ लिखा है।
अंग्रेज़ी में निकीतीन का यात्रा संस्मरण वॉयेज बियांड थ्री सीज़ के नाम से है।
नेशनल बुक ट्रस्ट की एक पतली सी किताब है हिंदी में जिसे पंकज चतुर्वेदी ने अनुदित किया है।
महज़ २८ पन्नों में काफी रोचक जानकारी मिलती है उस वक्त के हिन्दुस्तान की।
खम्भात, बीदर, गुलबर्गा आदि शहरों के बारें में निकीतीन ने काफी कुछ लिखा है।
अंग्रेज़ी में निकीतीन का यात्रा संस्मरण वॉयेज बियांड थ्री सीज़ के नाम से है।
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