Wednesday, January 16, 2019

अंधाधुन **********

अंधाधुन
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What is life?
It depends on liver.

फिल्म शुरू यहाँ से होती है। और अगर फिल्म शुरू से नहीं देखी तो सारा मज़ा किरकिरा हो जायेगा।
एक अंधा जो कावाई का पियानो बजा रहा होता है और साथ में एक बिल्ली खेल रही होती है। फिल्म का ये सीन मुराकामी के लेखन की याद दिलाता है , जिसमें की सिम्फनी, पियानों और बिल्ली मुख्य पात्र होते हैं।
प्रमोद सिन्हा (अनिल धवन) और तब्बू का कैरेक्टर फिल्म की जान है। पुलिस एस एच ओ का रोल जँचता है, मानव विज पर।
आयुष्मान खुराना ठीक ठीक ही नज़र आते हैं हालांकि मुख्य किरदार होने के बावजूद । राधिका आप्टे के रोल में जितनी गुंजाइश थी उतना उन्होंने निभाया है।
साईड कैरेक्टर के रूप में ऑटो वाले, बाई और डॉक्टर के किरदार अच्छे हैं।
चित्रहार और पुराने गाने बखूबी इस्तेमाल किये गये हैं। फिल्म में सस्पेंस तो है मगर सेंस ऑफ परपज़ नहीं है। सेकेंड हॉफ में फिल्म निराश करती है। मगर पूरे समय आपको बाँधे रखती है।
एक खरगोश पर चली गोली फिल्म का असली सस्पेंस है। फिल्म देखने टाइम पर जायें। फिल्म पहले सीन से शुरू होकर आखिरी सीन पर खत्म होती है।

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