Wednesday, August 28, 2013

बेटे को (आर्थर कुद्नेर )

सुनो बेटे,
बड़े बड़े शब्दों से कभी मत घबराना
बहुत बड़ा शब्द
बहुत छोटी सी चीज़ का नाम होता है

और जो सचमुच विशाल हैं , बड़े हैं,
उनके नाम छोटे छोटे होते हैं :
जैसे जीवन , मृत्यु, युद्ध , शांति
आशा , प्रेम , घर , रात , दिन।

छोटे छोटे शब्दों का कैसे
बड़े रूप में, सुन्दर ढंग से
इस्तेमाल करोगे , वह सीख लो,
यह है बहुत मुश्किल पर तुम
जो कहना चाहोगे
बखूबी कह सकोगे।

जब तुम क्या कहना चाहते हो
तुम्हे  खुद  ही न मालूम हो
तब खूब बड़े बड़े शब्दों का इस्तेमाल करना
वे शब्द छोटे लोगों
को अक्सर बुध्धू बनाते हैं।

-अनुवाद (सीताकांत महापात्र )

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