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सिसिली के राजा डायोनिसियस का एक दरबारी था, डेमोक्लेज़।
डेमोक्लेज , राजा डायोनिसियस को कहता रहता था कि महाराज कितने भाग्यवान हैं। उनके पास धन, शक्ति और साधन सब कुछ है।
डायोनिसियस ने डेमोक्लेज को कहा कि क्या तुम देखना चाहते कि राजा होना दरअसल कैसा है।
फिर उसने डेमोक्लेज को सिंहासन पर बिठा दिया और उसके ऊपर घोड़े की पूँछ के एक बाल से एक तलवार लटका दी।
डेमोक्लेज दरबारी शान ओ शौकत , और आनंद भूलकर अपनी जान की खैर मना रहा था कि कहीं तलवार उसके ऊपर न गिर जाये।
डेमोक्लेज ने डायोनिसियस से कहा कि महाराज मुझे सिंहासन से उतरने दीजिये ।
रोमन सीनेटर सिसेरो ने इसे एक किंवदंती की तरह इस्तेमाल करते हुए ये कहा है कि जो इंसान जितनी शक्तिशाली सत्ता का मालिक होता है, उस पर ख़तरे उतने ही ज्यादा होते हैं। वो अंदर से भयभीत रहता है।
सिसेरो ने सच्ची खुशी का कारण अच्छे गुणों का होना बताया है।
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